A Review Of piles treatment in bangalore
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नियमित रूप से व्यायाम एवं प्राणायाम करें।
बवासीर दो प्रकार की होती हैं, जो ये हैंः-
कम फाइबर आहार, कब्ज, पुरानी दस्त, गर्भावस्था
फाइबर युक्त आहार : स्वस्थ भोजन जो फाइबर से भरपुर हो, वह मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है।
इस घरेलू उपचार के लिए आपको चाहिए की कड़वी तोरई का रस निकालकर उसमे थोड़ी हल्दी और नीम का तेल मिलाकर लेप बना लीजिये और प्रतिदिन पाइल्स के मस्सों पर लगाइये ऐसा करने से पाइल्स के मस्से जड़से खतम हो जाते हैं।
क्या बवासीर का इलाज केवल सर्जरी से संभव है?
बवासीर (पाइल्स) का इलाज और घरेलू उपाय – कारण, लक्षण और स्थायी समाधान
पाइल्स को जड़ से खत्म करने के लिए जीवनशैली और आहार में निरंतर सुधार ज़रूरी है।
जैतून के तेल में सूजन ठीक करने वाले गुण होते हैं। यह रक्तवाहिकाओं में आई सूजन को कम करता है। जैतून के तेल को बादी बवासीर के मस्सों पर लगाएं।
क्या कोई अलग ध्यान रखने वाले कदम है जो मदद कर सकते हैं?
सीलियम हस्क एक सप्लीमेंट है जो आपके फाइबर का सेवन बढ़ाने में मदद करता है, और आपके मल को नरम करता है जिससे आपको मल त्यागने में परेशानी न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखें read more की फाइबर की मात्रा ज्यादा न लें वरना आपको गैस हो सकती है, और आपके पेट में भी कमी आ सकती है। अगर आप सीलियम हस्क ले रहें हैं तो जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
कोलोनोस्कोपी : किसी भी असामान्य वृद्धि, लाल या सूजे हुए ऊतक, घावों (अल्सर), या रक्तस्राव की जांच के लिए डॉक्टर कोलोनोस्कोप (लंबी, लचीली, रोशनी वाली ट्यूब) का उपयोग करके पूरे कोलन की जांच कर सकते है।
आराम पाने के लिए आराम, पौष्टिक आहार और सफाई का ध्यान रखें।
बवासीर एक आम समस्या है, लेकिन इसे समय पर पहचानकर उचित उपचार और जीवनशैली में बदलाव से आसानी से ठीक किया जा सकता है। आयुर्वेद और घरेलू उपचार इसके उपचार में अत्यंत प्रभावी हैं। यदि समस्या गंभीर हो, तो आयुर्वेदिक विशेषज्ञ से संपर्क करना जरूरी है।